उत्तराखण्डः दिल्ली में सम्मानित हुईं प्रसिद्ध उपन्यासकार प्रभा ललित सिंह

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बागेश्वर। कहते हैं जिनके हौंसले बुलंद होते हैं वह सफलता की सीढ़ियां चढ़ बुलंदियों को छूते हैं। कुछ ही कर दिखाया प्रभा ललित सिंह ने। नागपुर की प्रसिद्ध उपन्यासकार प्रभा ललित सिंह मूलतः उत्तराखण्ड के बागेश्वर जिले की रहने वाली हैं। हाल ही में राजधानी दिल्ली में आयोजित समारोह में उनकी ‘अघोर दी शैडो शिवा’ को बेस्ट फिक्शन हिन्दी एक्सीलेंट नॉवल आफ़ द ईयर के सम्मान से नवाजा गया है। इस कृति को किताबवाले प्रकाशन ने प्रकाशित किया है।
लेखक-प्रकाशक उत्कृष्टता सम्मान समारोह 2024 का आयोजन प्रगति विचार लिटरेचर फेस्टिवल (पीवीएलएफ) के तहत नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में हुआ। इसमें नागपुर की प्रसिद्ध उपन्यासकार प्रभा ललित सिंह को सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय पुस्तक मेले के दौरान हुए इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह मुख्य अतिथि और सूचना और प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन विभाग की महानिदेशक अनु भटनागर सम्मानित अतिथि रहे। पीवीएलएफ ऑथर्स मैराथन में प्रसिद्ध लेखकों और नवोदित प्रतिभाओं के बीच चर्चा कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही। इसमें विचारोत्तेजक चर्चाएं हुईं और गहरे संबंधों को बढ़ावा मिला। इस दौरान शिव खेड़ा, अमी गंत्रा, कर्नल आरएसएन सिंह, कपिल कुमार और सागरिका चक्रवर्ती सहित अन्य प्रसिद्ध हस्तियों के साथ विमर्श किया गया।
बता दें कि लेखक-प्रकाशक उत्कृष्टता सम्मान समारोह 2024 के चयन के लिए लंबी प्रक्रिया चली। देशभर से विभिन्न श्रेणियों में 400 से अधिक प्रविष्टियां, लेखक और प्रकाशकों ने प्रतिभाग किया। कठोर चयन प्रक्रिया के बाद निर्णायक मंडल ने पांच सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों का चयन किया। इसके बाद फ्रंटलिस्ट वेबसाइट पर सार्वजनिक मतदान के जरिए विजेताओं का चयन हुआ। नॉलेज पार्टनर नीलसन बुकडाटा के सहयोग से प्रक्रिया संपन्न हुई।
इधर प्रभा ललित सिंह को सम्मान मिलने पर कई साहित्यकारों ने बधाई दी है। उत्तराखंड से लेकर महाराष्ट्र तक के संगठनों ने खुशी जताई है। किताबवाले प्रकाशन के प्रमुख प्रशांत जैन ने प्रभा ललित सिंह को शुभकामनाएं दी हैं। फ्रंटलिस्ट मीडिया के सह-संस्थापक कपिल गुप्ता ने कहा कि पीवीएलएफ भारत में एक प्रमुख साहित्य उत्सव बनेगा।

प्रभा ललित सिंह की जीवनी और उपलब्धियां
उत्तराखण्ड के बागेश्वर जिले में प्रभा ललित सिंह का जन्म 22 अगस्त 1983 में हुआ। वह कई प्रत्रिकाओं, समाचार पत्रों, टीवी चैनलों आदि में काम कर चुकी हैं। उन्हें महाराष्ट्र सरकार हिन्दी साहित्य अकादमी द्वारा सुब्रमण्यम भारतीय हिन्दी सेतु विशिष्ट सेवा पुरस्कार, विश्व हिन्दी परिषद द्वारा हिंदी ‘प्रभा सम्मान’ केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय द्वारा हिन्दी सेवी सम्मान, नागपुर पत्रकार संघ द्वारा बेस्ट वूमेन जर्नलिस्ट आफ द ईयर, जीरो माइल्स फाउंडेशन द्वारा कला रत्न अवार्ड, गीता मंदिर ट्रस्ट द्वारा महिला गौरव सम्मान से नवाजा गया है। प्रभा ललित सिंह ने दूसरा मृत्युंजय, सेक्टर-16-वन वे स्ट्रीट, हिमालय-द अनस्पोकन ट्रूथ, पीड़ द पेन, अघोर-द सैड़ो आफ शिवा, मन मायावी, युग योद्धा योगी, आद्रिका आदि उपान्यास लिखे हैं।


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