लैंड जिहाद के खिलाफ धामी सरकार सख्त! डीजीपी और शासन स्तर के बड़े अधिकारियों के साथ की जाएगी बैठक

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उत्तराखंड में धामी सरकार ने जहां एक तरफ लैंड जिहाद के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है तो वहीं अब कथित लव जिहाद जैसे मुद्दों ने प्रदेश का माहौल गरम कर रखा है। प्रदेश के मैदानी इलाकों के लेकर पहाड़ी जिलों तक इस तरह के कई मामले में सामने आ चुके है जहां मुस्लिम युवकों ने नाम बदलकर नाबालिग हिंदू लड़कियों को पहले प्यार के जाल में फंसाया और फिर उन्हें भगाने का प्रयास भी किया। यहीं कारण है कि सरकार अब इन मामलों को गंभीरता से रही है। इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी बयान आया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हाल ही में लव जिहाद के जो मामले सामने आए उस पर हमने सख्ती दिखाते हुए मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा आज 9 जून को डीजीपी और शासन स्तर के बड़े अधिकारियों के साथ लव जिहाद जैसे मुद्दों पर बड़ी बैठक की जाएगी।

वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में जो डेमोग्राफिक बदलाव हुआ है उस पर भी ध्यान दिया जा रहा है। इसलिए प्रदेश में सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। जो भी संदिग्ध सामने आ रहा है उसकी जांच की जा रही है। जांच में यदि किसी व्यक्ति की इस तरह के कामों में संलिप्ता पाई जाती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्रदेश में हाल में जो कथित लव जिहाद के मामले सामने आए हैं उस पर सीएम धामी ने कहा कि यह एक साजिश है जो सोची समझी रणनीति के तहत की जा रही है। हालांकि, उत्तराखंड के लोग अब इस मामले को लेकर जागरूक हुए हैं. साथ ही सरकार भी अब इस पर सख्ती से कार्रवाई करेगी। प्रदेश में लव जिहाद के मामलों को बढ़ने नहीं दिया जाएगा।

लव जिहाद के लिए क्या उत्तराखंड सॉफ्ट टारगेट है, इस सवाल पर सीएम धामी ने कहा कि अब उत्तराखंड सॉफ्ट टारगेट नहीं है क्योंकि प्रदेश में अब हर जांच से गुजरना होगा। उत्तराखंड में सरकारी भूमि पर हुए अतिक्रमण के खिलाफ राज्य सरकार की कार्रवाही लगातार जारी है जहां एक ओर वन भूमि पर बने अवैध धार्मिक स्थलों को हटाने का काम किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ नदियों के किनारे वन भूमि पर हुए अतिक्रमण पर भी कार्रवाई का सिलसिला जारी है। हालांकि, इस मामले पर सीएम धामी ने कहा कि अतिक्रमण बहुत गंभीर विषय है। बावजूद इसके कुछ लोगों ने इस मामले पर भ्रम फैलाने की भी कोशिश की। सरकार ने इस बात पर जोर दिया है कि जो लोग लंबे समय से वन भूमि पर काबिज हैं उनके नियमितिकरण के लिए कैबिनेट ने सब कमेटी बनाई है। बता दें कि हाल में उत्तरकाशी जिले के पुरोला और आराकोट के अलावा चमोली के गौचर में भी इसी तरह के मामले सामने आए हैं। पुरोला का मामला बीती 26 मई का है जहां एक मुस्लिम युवक ने अपने साथी के साथ नाबालिग लड़की को भगाने का प्रयास किया था लेकिन स्थानीय लोगों की सतर्कता ने उनकी इस कोशिश को असफल कर दिया था। वहीं 7 जून को चमोली जिले के गौचर में भी पुलिस दो लोगों को गिरफ्तार किया है जिन पर हिंदू नाबालिग लड़की को भगाने के प्रयास का मामला दर्ज हुआ है। इसके अलावा 8 जून को उत्तरकाशी जिले के आराकोट में भी पुलिस ने एक मुस्लिम युवक को गिरफ्तार किया है जो हिंदू बहनों को भगाने की फिराक में था।


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