नैनीताल में राजा महमूदाबाद की शत्रु संपत्ति पर बनेगी पार्किंग! 20 करोड़ की डीपीआर शासन को भेजी

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सरोवर नगरी में राजा महमूदाबाद के खंडर हो चुके होटल मेट्रोपोल में कार पार्किंग बनेगी। जिलाधिकारी ने क्षेत्र का निरीक्षण कर पार्किंग स्थल का समतलीकरण किए जाने के निर्देश दिए हैं। नैनीताल जिला प्रशासन ने पार्किंग के लिए डीपीआर बनाकर शासन की स्वीकृति के लिए भेज दी है। पर्यटन सीजन के दौरान नैनीताल में लगने वाले जाम से पर्यटकों समेत स्थानीय लोगों को जल्द ही निजात मिलने जा रही है। शहर के मेट्रोपोल क्षेत्र में करीब 20 करोड़ की लागत से 500 चौपहिया और 200 दोपहिया वाहनों के लिए कार पार्किंग निर्माण होगा। इसको लेकर जिलाधिकारी वंदना सिंह ने मेट्रोपोल क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को 10 दिन के भीतर खंडहर हो चुके मेट्रोपोल होटल को ध्वस्त कर समतलीकरण किए जाने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि कार पार्किंग के निर्माण को लेकर लोक निर्माण विभाग और जिला प्रशासन ने 20 करोड़ रुपए की डीपीआर बनाकर शासन को भेजी है। डीपीआर के तहत निर्माण स्थान में कुमाऊंनी म्यूरल, चारों तरफ सुंदर लाइट, नालों की जालियों से कवरिंग की जाएगी। इस क्षेत्र में सड़क चौड़ीकरण के साथ ही इसे रिंग रोड बनाकर मेट्रोपोल और मन्नू महारानी के पीछे से घुमाते हुए चीना बाबा चौराहे में जोड़ दिया जाएगा। शासन से डीपीआर स्वीकृति मिलने के बाद कार पार्किंग निर्माण और सड़कों के चौड़ीकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा। पार्किंग बनने से नैनीताल में पर्यटन सीजन के दौरान लगने वाली जाम की समस्या से निजात मिलेगी। बताते चलें कि नैनीताल में शत्रु सम्पत्ति मेट्रोपोल होटल कंपाउंड से 134 अतिक्रमणकारियों को बीती 22 जुलाई को हटाया गया था। इस क्षेत्र को अब विकसित करने के लिए प्रशासन ने प्लान बनाया है। मेट्रोपोल क्षेत्र में निरीक्षण से पूर्व जिलाधिकारी ने शहर के रूसी बाईपास क्षेत्र में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में हो रहे भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। डीएम ने अधिकारियों को जल्द से जल्द करोड़ों की लागत से बन रहे सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में हो रहे भूस्खलन को रोकने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान भू-स्खलन से प्लांट के कर्मचारी आवास को खतरे की आशंका को देखते हुए डीएम ने उपजिलाधिकारी नैनीताल एवं सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के प्रोजेक्ट मैनेजर को आवास परिसर के लिए अन्य स्थान को चिन्हित करने की संभावना पर विचार करते हुए भूमि चयन करने के निर्देश दिये। इससे पूर्व डीएम ने दोगांव के पास एनएच रोड पर भू-कटाव, वीरभट्टी पुल क्षेत्र के अन्तर्गत भूस्खलन समेत अन्य जगहों पर क्षतिग्रस्त सड़क का निरीक्षण भी किया। एनएचएआई के अधिशासी अधिकारी को वन विभाग एवं वन निगम के साथ मिलकर संवेदनशील पेड़ों को चिन्हित करते हुए उनका कटान करने एवं एनएच के चौड़ीकरण के साथ ही सड़क के दोनों तरफ सुरक्षा दीवार निर्माण हेतु स्टीमेट बनाने के निर्देश दिये।


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