प्रसिद्ध गिरिजा मंदिर पर चस्पा हुआ नोटिस

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प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी जमीनों पर अवैध रूप से धार्मिक संरचनाओं के निर्माण को ध्वस्त करने के आदेश के बाद रामनगर से कुछ दूरी पर स्थित लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के केन्द्र प्रसिद्ध गिरिजा देवी मंदिर को भी वन विभाग ने अतिक्रमण की श्रेणी में मानते हुए नोटिस चस्पा कर दिया है। इससे श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश है। वन विभाग द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में बुधवार को मंदिर परिसर में स्थित 200 से अधिक प्रसाद विक्रेताओं ने अपनी दुकानों को बंद कर सरकार के फैसले का विरोध किया।

बता दें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश के बाद पूरे प्रदेश में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद वन विभाग, सिचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग समेत कई विभाग अतिक्रमण चिन्हित करने में जुटे हुए हैं। इसी के तहत लाखों श्रद्धालुओं की आस्था केन्द्र प्राचीन गिरिजा देवी मंदिर को भी अतिक्रमण मानते हुए वहां वन विभाग ने नोटिस चस्पा कर दिया है। जिससे श्रद्धालुओं और मंदिर के पास प्रसाद की दुकानें लगाने वाले व्यवसायियों में भारी रोष व्याप्त हैं। विरोध स्वरूप आज दो सौ से अधिक दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखकर सरकार के फैसले पर आक्रोश जाहिर किया। मंदिर के पुजारी दिनेश चंद्र शास्त्री ने बताया कि गिरिजा देवी मंदिर काफी पुराना व प्राचीन है तथा इसका वर्णन ग्रंथों में भी किया गया है। उन्होंने सरकार और विभाग की कार्रवाई के खिलाफ रोष व्यक्त किया। वही प्रसाद विक्रेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह मंदिर परिसर में प्रसाद बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है लेकिन सरकार उन्हें आज बेरोजगार करने पर तुली हुई है जिसे सहन नहीं किया जाएगा।


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