उत्तराखंड में जीवंत होंगी जिम कार्बेट से जुड़ी यादें! सीएम धामी का है ड्रीम प्रोजेक्ट

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शिकारी से संरक्षणवादी बने जिम कार्बेट के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से जुड़े पहलुओं से लोग जल्द ही परिचित हो सकेंगे। इसके लिए राज्य में जिम कार्बेट ट्रेल की स्थापना को अब तेजी से कदम बढ़ाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा और राज्य वन्यजीव बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बाद पर्यटन विभाग ने कार्बेट से जुड़े स्थलों को ट्रेल के रूप में विकसित करने को एजेंसी का चयन कर लिया है। जल्द ही कार्ययोजना को अंतिम रूप देकर पर्यटन और वन विभाग इसे धरातल पर मूर्त रूप देंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिछले वर्ष वन्य प्राणी सप्ताह के अवसर पर राज्य में जिम कार्बेट ट्रेल की स्थापना की घोषणा की थी। बाद में यह प्रस्ताव राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में रखा गया, जिसे हरी झंडी दे दी गई। तय योजना के अनुसार राज्य में प्रसिद्ध शिकारी जिम कार्बेट के जीवन से जुड़े विभिन्न स्थानों पर विशेष पट्टिका का निर्माण किया जाएगा। ट्रैक मार्गों का जीर्णोद्धार कराने के साथ ही होम स्टे को बढ़ावा दिया जाएगा और नेचर गाइड तैयार किए जाएंगे। योजना के मुताबिक कार्बेट से जुड़े स्थलों पर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व से संबंधित जानकारी देने को कदम उठाए जाएंगे, ताकि लोग इस शख्सियत के बारे में जान सकें। इस पूरी पहल के पीछे सरकार की मंशा कार्बेट से जुड़े स्थलों को धरोहर के तौर पर विकसित कर विश्व पर्यटक मानचित्र पर लाने की है। इसी के दृष्टिगत तय किया गया कि पर्यटन विभाग के सहयोग से वन विभाग इसकी कार्य योजना तैयार कराएगा। हाल में हुई राज्य वन्यजीव बोर्ड की 19 वीं बैठक में भी इस विषय पर विमर्श हुआ था। वन्यजीव बोर्ड के सदस्य सचिव एवं राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डा समीर सिन्हा के अनुसार पर्यटन विभाग ने एजेंसी चिह्नित कर ली है, जो जल्द ही कार्बेट ट्रेल की स्थापना के दृष्टिगत संबंधित स्थलों के लिए कार्ययोजना तैयार करेगी। प्रयास ये है कि जल्द से जल्द राज्य में यह ट्रेल विकसित कर दी जाए।


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