आसमान से आफत की ‘बारिश’! बाढ़ और भूस्खलन से दहले हिमाचल-उत्तराखंड, जानिए मौसम का ताजा अपडेट

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देशभर में हो रही बारिश ने इस वक्त कहर बरपा रखा है। हिमाचल में भारी बारिश के बाद आम जनजीनवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं इसके अलावा उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, यूपी, राजस्थान और अन्य राज्यों में भी ऐसे ही हालात देखने को मिल रहे हैं। उत्तर भारत में भारी बारिश के बाद मची इस तबाही के बाद राहत और बचाव अभियान तेज कर दिया गया और एनडीआरएफ की कई टीमों को तैनात किया गया है। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड और वेस्ट यूपी में रेड अलर्ट जारी कर रखा है। उत्तर भारत में अभी बारिश से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं. आईएमडी के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश से लेकर उत्तराखंड में भी भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है, जिसके चलते दोनों राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और बिहार के कई जिलों में भी भारी बारिश की उम्मीद है जिसके चलते इन राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है।

 

भारत के कई हिस्सों में मंगलवार को मध्यम से भारी बारिश होती रही हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 24 घंटों के लिए ‘रेड’ और ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड के लिए आईएमडी ने राज्य के साथ-साथ निकटवर्ती उत्तर प्रदेश के लिए भी भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी करते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग ने बारिश के संभावित प्रभाव के रूप में ‘स्थानीय बाढ़’ और ‘भूस्खलन’ की भी चेतावनी जारी की है। वहीं उत्तराखंड और इससे सटे पश्चिमी उत्तर में आज से अत्यधिक भारी वर्षा की स्थिति में कमी आने की संभावना है। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश, पंजाब में भी वर्षा में उल्लेखनीय कमी आने का अनुमान जताया गया है। पूर्वोत्तर भारत और सिक्किम में अत्यधिक भारी वर्षा और भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। आईएमडी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बिहार और उत्तर प्रदेश में आज और कल यानी 13 जुलाई तक बारिश होगी. उसके बाद इन राज्यों में इसमें कमी आएगी। गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड को छोड़कर देश भर में सामान्य वर्षा गतिविधि की संभावना है। ओडिशा में बारिश अगले 3 दिनों के दौरान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। मानसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में पश्चिमी छोर और उत्तर में पूर्वी छोर के साथ सक्रिय है। एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पूर्व राजस्थान और आसपास के निचले और मध्य क्षोभमंडल स्तर पर स्थित है। निचले क्षोभमंडल स्तर पर एक चक्रवाती परिसंचरण हरियाणा और उसके आसपास स्थित है। पश्चिमी विक्षोभ एक ट्रफ के रूप में मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल स्तर पर पूर्वी पाकिस्तान पर स्थित है। औसत समुद्र तल पर अपतटीय गर्त दक्षिण महाराष्ट्र तट से उत्तरी केरल तट तक फैला हुआ है।

अगले 4 दिनों के दौरान उत्तराखंड में हल्की या मध्यम रूप से काफी व्यापक से व्यापक वर्षा होने की संभावना है। आईएमडी ने राज्य के कुछ इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना भी जताई है। आज उत्तर प्रदेश में और उसके बाद अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। 4 दिनों के दौरान पूर्वी राजस्थान में और हिमाचल प्रदेश में छिटपुट भारी वर्षा होने की भी संभावना है। इसके बाद इन राज्यों में हो रही भारी वर्षा में कमी आने की संभावना है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड में भारी वर्षा होने की संभावना है। इन इलाकों में कहीं-कहीं भारी से बहुत अधिक के साथ व्यापक रूप से हल्की या मध्यम वर्षा का अनुमान है। अगले 2 दिनों के दौरान मणिपुर और बिहार में और उसके बाद अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होगी। आईएमडी के अनुमान के मुताबिक 14 और 15 तारीख को ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके साथ ही 12 से 14 जुलाई के दौरान झारखंड में भारी वर्षा का अनुमान जताया गया है। अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और उप-हिमालयी क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की भी संभावना है. इसके साथ ही आज पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। अगले 4 दिनों के दौरान मध्य प्रदेश और विदर्भ के साथ-साथ पश्चिमी मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके साथ ही इन इलाकों में आज और कल (12 और 13 जुलाई को) हल्की या मध्यम से व्यापक वर्षा के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। कोंकण और गोवा में हल्की या मध्यम व्यापक वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है। अगले 4 दिनों के दौरान खास तौर से 14 और 15 जुलाई को मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में अलग-अलग भारी वर्षा होने की संभावना है। कर्नाटक, तेलंगाना और केरल के साथ-साथ तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कल और 14 जुलाई को दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के साथ-साथ पूरे इलाके में हल्की या मध्यम से व्यापक वर्षा के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।


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