उत्तराखंड में भारी बारिश से केदारनाथ हाईवे हाईवे जगह-जगह भूस्खलन की चपेट में आ गया है। मार्ग पर वाहन चालक जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। जो खतरे का सबब बन सकता है।
केदारनाथ हाईवे बरसात में बदहाल हो गया है। इन दिनों हाईवे पर सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है। हाईवे कई स्थानों पर वॉश आउट भी हुआ है। ऐसे स्थानों पर वाहन चालक जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। हाईवे बदहाल होने का खामियाजा केदारनाथ आने वाले यात्रियों को भी भुगतना पड़ रहा है। वहीं लोगों ने केदारनाथ हाईवे को जल्द दुरुस्त करने की मांग की है। लगातार हो रही बारिश के कारण सबसे बड़ा नुकसान केदारनाथ हाईवे को हुआ है। रुद्रप्रयाग से लेकर सोनप्रयाग तक जगह जगह हाईवे की पहाड़ियां दरक रही हैं। जबकि कई स्थानों पर हाईवे मंदाकिनी नदी में भी समाया है। सबसे अधिक नुकसान हाईवे को केदारघाटी के फाटा में हुआ है। फाटा के निकट हाईवे का 60 मीटर हिस्सा वॉश आउट हो गया था और यहां पर पांच यात्री मलबे में जिंदा दफन हो गए थे। जैसे-तैसे यहां पर हाईवे को आवाजाही लायक बनाया गया। लेकिन अब यहां पर वाहन चालक जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। हाईवे पर कई डेंजर जोन भी बन गए हैं। अब केदारनाथ यात्रा का दूसरा चरण शुरू होने वाला है। धीरे-धीरे मौसम साफ हो रहा है ऐसे में हाईवे का सुधारीकरण कार्य जरूरी है। स्थानीय निवासी अनूप सेमवाल ने बताया कि दूसरे चरण की यात्रा में अत्यधिक यात्रियों के आने की उम्मीद है। ऐसे में हाईवे को दुरुस्त करना जरूरी है।