महिलाओं और युवाओं के लिए प्रेरणा बनीं एवरेस्ट विजेता टूसि साह 

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सरोवर नगरी की बहू टूसी अनित साह ने पिछले 28 वर्षो से पर्वतारोही के रूप में मेहनत कर रही टूसी एवरेस्ट विजेता के साथ ही भारत में सबसे अधिक पीक चढ़ने वाली महिला भी हैं। वह अपने मायके कोलकाता में बहुत ही मेहनत से आगे बढ़ी हैं। वह काम को छोटा बड़ा नहीं मानतीं। उन्होंने अंडे की दुकान चलाई वो भी 19 साल तक। उनके पति नैनीताल के प्रसिद्ध पर्वतारोही हैं जाे कि 1992 में एवरेस्ट फतह कर चुके हैं।

नैनीताल निवासी टूसि अनित साह,वो नाम जो युवाओं और महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। पिछले 28 वर्षों से बतौर पर्वतारोही नए-नए कीर्तिमान हासिल करने वाली टूसि का मायका कोलकाता और ससुराल उत्तराखंड के नैनीताल में है। एवरेस्ट विजेता होने के साथ-साथ टूसी भारत में सबसे अधिक पीक चढ़ने वाली महिला भी हैं। उनका कहना है कि वह किसी भी काम को छोटा नहीं मानतीं। और यही कारण है कि वह अपने काम से हटकर सामाजिक व धार्मिक कामों में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लेती हैं। स्वच्छता की बात हो या फिर युवा वर्ग को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करने की, वह हर बार आगे रहती हैं। नैनीताल में वो अक्सर क्लीन ड्राइव के जरिए साफ-सफाई अभियान में हिस्सा लेती हैं और जय जननी जय भारती टीम के साथ मिलकर नैनीताल के जंगलों में स्वच्छता अभियान चलाती हैं। उनके पति अनित साह नैनीताल के प्रसिद्ध पर्वतारोही हैं, जाे कि 1992 में एवरेस्ट फतह कर चुके हैं। टूसी अपनी नन्ही बेटी नंदा देवी को भी अपने साथ चोटियों पर ले जाती हैं और ट्रेनिंग देती है। अपने मां टूसी के सपोर्ट से नंदा ने महज 5 साल की उम्र में ही 10 से 15 हजार फुट ऊंचे 5 पर्वरोहण कर कीर्तिमान स्थापित किया। टूसि अब तक वह 20 से ज्यादा ऊंची चोटिंयां चढ़ चुकी हैं। 2021 में उन्होंने हिमालय लद्दाख में दस दिन के अंदर दो चोटियां फतह की थी, उन्होंने थलाई सागर, मैंथोसा, कान्याते, सीतीधार, द्रोपदी का डंडा, नंदाखाट, स्टाक कांगड़ी समेत कई चोटियां फतह कीं है। हाल ही में टूसी ने दुर्लभ चोटियां फतह कर भारत का नाम रोशन किया है। उन्होंने पश्चिम बंगाल और झारखंड की सीमा पर स्थित एक हजार फुट ऊंचे दुर्गम रॉक पर चढ़कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है।

 


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