फोटो प्रतिबंधित होने के बावजूद मुरारी बापू ने करी गर्भ गृह की फोटो सार्वजनिक! बीकेटीसी पर उठे सवाल

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केदारनाथ मंदिर के भीतर फोटो लेना प्रतिबंधित होने के बावजूद शनिवार को कथा वाचक संत मुरारी बापू की गर्भगृह के अंदर की फोटो सार्वजनिक होने से मंदिर में तस्वीरों पर प्रतिबंध को लेकर प्रश्न उठ रहे हैं। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने केदारनाथ मंदिर में लोगों द्वारा वीडियो और रील बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किए जाने पर सामान्य श्रद्धालुओं की आपत्तियों का संज्ञान लेते हुए इस माह से मंदिर में फोटो और वीडियो बनाना प्रतिबंधित कर दिया है।

समिति ने श्रद्धालुओं की सूचना के लिए मंदिर के बाहर बाकायदा इस संबंध में बोर्ड भी लगा दिए हैं। मुरारी बापू इस सावन और मलमास में देश के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक-एक दिन की रामकथा वाचन के आध्यात्मिक अभियान पर हैं जिसकी शुरुआत शनिवार को केदारनाथ से हुई। केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह के अंदर भगवान शिव की आराधना करते हुए उनकी एक फोटो सार्वजनिक हुई है। मामले का पता चलते ही मंदिर समिति ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फोटो खींचने वाले व्यक्ति की पहचान कर ली तथा उक्त व्यक्ति ने अपनी ग़लती स्वीकार कर ली है। मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ ने बताया कि प्रतिबंध के बावजूद केदारनाथ गर्भगृह में फोटो खींचने पर समिति ने सख्त रूख अपनाया है। उन्होंने बताया कि फोटो सार्वजनिक होने पर समिति ने मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो पता चला कि फोटो इंदौर निवासी एक श्रद्धालु ने खींची थी। उन्होंने कहा कि इस श्रद्धालु ने लिखित रूप से क्षमा याचना की है। गौड़ ने बताया कि अपने माफीनामे में उक्त तीर्थयात्री ने कहा कि मुरारी बापू के गर्भगृह में पूजा करने के दौरान वह भी वहां उपस्थित था और भावावेश में आकर उसने गर्भगृह में शिवलिंग के साथ बापू की फोटो खींच ली और सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दी।


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