भीमताल :: पुलिस द्वारा अध्ययनरत छात्रों को साइबर अपराधो से बचने, नशे के दुष्परिणाम, यातायात जागरूकता एवं उत्तराखंड पुलिस ऐप के बारे में दी गई विस्तृत जानकारी

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भीमताल ::- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद नैनीताल के आदेशानुसार जनपद स्तर पर अवैध नशे के प्रति जन-जागरूकता अभियान प्रचलित है। इसी क्रम में आम-जनमानस को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जन-जागरूक करने के उद्देश्य से शनिवार को उप निरीक्षक विमल कुमार मिश्रा थानाध्यक्ष भीमताल के नेतृत्व में उपनिरीक्षक शंकर नयाल द्वारा थाना भीमताल पुलिस के साथ अटल उत्कृष्ठ लीलावती पंत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मे जाकर स्कूली छात्रो को नशे से होने वाले दुष्परिणामों, साइबर क्राइम, डायल 112, उत्तराखंड पुलिस ऐप व यातायात के नियमो के संबध में जनजागरुक किया गया।

इस दौरान अध्ययनरत छात्रों को बताया गया कि यदि कोई व्यक्ति नशा (चरस, गांजा, अफीम, स्मैक, नशीले इंजेक्शन एवं दवाइयां इत्यादि का व्यापार करता है या स्वयं ग्रहण करता है तो उसके विरुद्ध कानूनी वैधानिक कार्यवाही की जाती है जिससे समाज में ना सिर्फ नशा करने वाले व्यक्ति बल्कि उसके पारिवारिक सदस्यों की भी छवि से धूमिल होती है अतः हमें स्वयं भी इस प्रकार के नशे का सेवन नहीं करना है अपने बल्कि पारिवारिक सदस्यो एवं अपने आसपास के लोगों को भी नशे के दुष्परिणामों के संबंध में जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त भारत के इस संकल्प को साकार बनाने हेतु समाज को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है।

– जागरूकता अभियान में पुलिस द्वारा बताया गया कि वर्तमान में उत्तराखंड पुलिस द्वारा Utrrakhand Police App लॉन्च किया गया है। जिसके माध्यम से आम जनमानस उत्तराखंड पुलिस द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं जैसे -सत्यापन, e-fir, महिलाओं संबंधी शिकायत के लिए गौरा शक्ति एप, यातायात अवदूषण रोकने हेतु ट्रैफिक आई.ऐप सहित साइबर पोर्टल एवं अन्य विभिन्न प्रकार के ऐप संयुक्त रुप से संचालित हैं।

इसके साथ ही स्कूली छात्रो से अपील की गई कि यदि उनके आसपास कोई व्यक्ति नशे के अवैध कारोबार में संलिप्त है या स्वयं नशा करता है तो नैनीताल पुलिस के हेल्पलाइन नंबर या डायल 112 पर इसकी गोपनीय सूचना दे सकते हैं उपरोक्त नंबर पर सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम पता एवं मोबाइल नंबर पूर्णत: गोपनीय रखा जाता है।

– छात्रो को साइबर अपराधो व यातायात नियमों की जानकारी एवं यातायात नियमों का पालन करने के लिए बताया गया साथ ही साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरूक होना व सतर्क रहना एकमात्र रास्ता है। यदि किसी व्यक्ति के साथ साइबर धोखाधड़ी हो जाए तो वह तत्काल राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 में कॉल करके धोखाधड़ी से संबंधित जानकारी देकर पुलिस सहायता प्राप्त कर सकते हैं।


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