मेले के तीसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पहुंचे  मेहलचोरी विकास मेले में। 

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गैरसेंण।
मेहलचोरी में आयोजित चार दिवसीय लोक-सांस्कृतिक एवं कृषि विकास मेले का तृतीय दिवस गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी के नाम रहा। इस अवसर पर मेला समिति के पदाधिकारियों द्वारा नरेंद्र सिंह नेगी के मेहलचोरी पहुंचने पर गाजे-बाजों के साथ भव्य स्वागत किया गया। वहीं दूसरी ओर मेले में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मेले में शिरकत की। जिनका क्षेत्रवासियों ने जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री ने मेला आयोजन समिति की प्रशंसा करते हुए मेले के भव्य व सफल आयोजन के लिए मेला समिति व क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त किया।

ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण व गैरसैंण कमिश्नरी के मुद्दे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि राजधानी बनाने का काम तो किया गया साथ ही राजधानी परिक्षेत्र के विकास के लिए 25 हजार करोड़ का प्लान बजट भी रखा गया था। कहा कि अगर गैरसैंण कमिश्नरी बनी होती तो गैरसैंण के समुचित विकास के लिये योजनायें बनती व पूरे क्षेत्र के विकास का खाका तैयार होता। कहा कि दुर्भाग्य से यह अस्तित्व में नहीं आ पाई व किन्हीं कारणों से कमिश्नरी को स्थगित कर दिया गया।

इस अवसर पर गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी को सुनने के लिए हजारो की संख्या में जन सैलाब उमड़ पड़ा। नरेंद्र सिंह नेगी ने मेलार्थियों को अपने गीतों पर झूमने को मजबूर कर दिया। भारी ठंड के बाउजूद हजारों की संख्या में मेलार्थीयों का हुजूम मेला मैदान में नरेंद्र सिंह नेगी के गीतों को सुनने के लिये डटा रहा व जमकर थिरके।


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