ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण व गैरसैंण कमिश्नरी के मुद्दे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि राजधानी बनाने का काम तो किया गया साथ ही राजधानी परिक्षेत्र के विकास के लिए 25 हजार करोड़ का प्लान बजट भी रखा गया था। कहा कि अगर गैरसैंण कमिश्नरी बनी होती तो गैरसैंण के समुचित विकास के लिये योजनायें बनती व पूरे क्षेत्र के विकास का खाका तैयार होता। कहा कि दुर्भाग्य से यह अस्तित्व में नहीं आ पाई व किन्हीं कारणों से कमिश्नरी को स्थगित कर दिया गया।
इस अवसर पर गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी को सुनने के लिए हजारो की संख्या में जन सैलाब उमड़ पड़ा। नरेंद्र सिंह नेगी ने मेलार्थियों को अपने गीतों पर झूमने को मजबूर कर दिया। भारी ठंड के बाउजूद हजारों की संख्या में मेलार्थीयों का हुजूम मेला मैदान में नरेंद्र सिंह नेगी के गीतों को सुनने के लिये डटा रहा व जमकर थिरके।