अल्मोड़ा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रदीप टम्टा ने केंद्र सरकार के अंतरिम बजट को निराशा जनक करार दिया है। पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि युवा व नारीशक्ति तथा किसानों के लिए इसमें कोई आशा जनक बातें नहीं की गई हैं। टम्टा ने कहा कि उत्तराखंड के परिपेक्ष में भी बजट ने लोगों की अपेक्षाओं के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा कि ग्रानी बोनस सहित हिमालयी राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा देने जैसे अहम बातों पर वित्त मंत्री मौन साधे रहीं हैं। वहीं संसाधनों की वृद्धि विशेष तौर पर रेल परियोजनाओं पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। टनकपुर बागेश्वर रेल लाइन जैसे प्रस्तावों पर भी बजट में कोई वित्तीय प्राविधान नहीं किया गया है। टम्टा ने कहा कि युवाओं के रोजगार पर बजट में कोई विशेष बातें नहीं की गई हैं। देश में 20 से 24 साल के युवाओं की बेरोजगारी की दर 40 प्रतिशत अधिक पहुंच गई है। पिछले 45 सालों में इस समय बेरोजगारी की दर सबसे अधिक है। केंद्र सरकार महिलाओं की भागीदारी की बात जरूर कहती है लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी 20 प्रतिशत से अधिक नहीं हैं। महिला उत्पीड़न के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। शिक्षा का बजट घट गया है। कृषि विकास दर कांग्रेस के समय लगभग 4 प्रतिशत थी वर्तमान में 1.8 रह गई है। वहीं बजट में एससीएसटी अल्पसंख्यकों के लिए उपेक्षा देखने में आई है। सरकार ने अपने इस बार के कार्यकाल के बजट में जनता के लिए कोई खास नहीं दिया है।