भगौड़ी महिला पत्रकार पर पुलिस ने रखा पांच हजार का इनाम

Spread the love

सिंचाई विभाग के अधिकारी को वीडियो और ऑडियो के बूते ब्लैक करने वाले तीन कथित पत्रकारों को पुलिस सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है, लेकिन चौथी पत्रकार साक्षी किस खोह में छिप गई है पुलिस को भी नहीं पता। तीन माह का लंबा वक्त गुजर जाने के बाद अब पुलिस ने साक्षी पर 5 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है।

ये घटना बीती 18 मई की है। एक महिला साक्षी समेत चार लोग कालाढूंगी रोड स्थित सिंचाई विभाग में मुख्य अभियंता कार्यालय पहुंचे। इन्होंने फर्जी विजिलेंस अफसर बनकर छापा मारा और प्रधान सहायक उमेश चंद्र कोठारी को वीडियो व फोटो दिखाकर ब्लैकमेल किया। बारी-बारी से घुसे आरोपियों ने विजिलेंस का कार्ड भी दिखाया। फिर एक टैब में आधी अधूरी वीडियो दिखाते हुए कहा कि हमारे पास तुम्हारी वीडियो है और मामला रफा-दफा करने के लिए एक लाख रुपये मांगे। रुपये न देने पर जेल भेजने और वीडियो वायरल करने की धमकी दी। कोठारी ने इंतजाम कर शातिरों को एक लाख रुपये दे दिए। चारों शातिर वैगनार संख्या UK06BA-4534 में सवार होकर आए थे। कोठारी की शिकायत पुलिस ने मामला दर्ज करने बाद रंगदारी मांगने वालों की तलाश शुरू की और तीन लोग पकड़े गए। जिसमें बाजपुर निवासी भूपेंद्र सिंह, गूलरभोज निवासी सुंदर सिंह और रुद्रपुर निवासी सौरभ गाबा था। जबकि चौथी फरार साक्षी सक्सेना नोएडा की रहने वाली थी। सौरभ गाबा वर्ष 2019 में चिकित्सक के स्टिंग में एक लाख की रंगदारी मांगने में जेल जा चुका है। इससे पहले इन तीनों कथित पत्रकारों को टनकपुर में रंगदारी के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। बहरहाल 18 मई की घटना के बाद से साक्षी का अब तक नहीं पता नहीं है। एसएसपी पंकज भट्ट का कहना है कि साक्षी के गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है और अब उस पर 5 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया है।


Spread the love