केदारनाथ में पर्यावरण संरक्षण पर जोर! वैज्ञानिक ढंग से हो रहा कूड़े का निस्तारण

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बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के स्वच्छता के प्रति जागरूकता का ही असर है कि इस बार केदारनाथ धाम व पैदल मार्ग समेत यात्रा पड़ावों पर एकत्र किए गए कूड़े का वैज्ञानिक ढंग से निस्तारण हो रहा है। इस यात्राकाल में इन स्थानों से अब तक 300 क्विंटल कूड़ा एकत्र किया जा चुका है, जिसे काम्पैक्ट करने के लिए सोनप्रयाग पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए सौ घोड़ा-खच्चर लगाए गए हैं। अच्छी बात यह कि स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने के लिए केदारनाथ धाम व यात्रा पड़ावों पर लगातार सफाई अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही क्यूआर कोड विधि से भी कूड़ा एकत्रित किया जा रहा है। यात्राकाल की शुरूआत से ही केदारनाथ धाम, पैदल मार्ग और गौरीकुंड, सोनप्रयाग व सीतापुर में नगर पंचायत केदारनाथ व सुलभ इंटरनेशनल यह अभियान चलाया जा रहा है। इन स्थानों पर कूड़ा एकत्र कर उसे काम्पैक्ट करने के लिए कट्टों में भरकर सोनप्रयाग लाया जाता है और फिर रिसाइकल के लिए काशीपुर ले जाया जाता है। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने और पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए तीर्थ पुरोहित, व्यापारी व तीर्थ यात्रियों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया जाता है। ताकि तीर्थ यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो। बताया कि क्यूआर कोड में माध्यम से एकत्र किए जाने वाले कूड़े को भी काम्पैक्ट करने सोनप्रयाग लाया जाता है। सुलभ इंटरनेशनल के केदारनाथ धाम प्रभारी धनंजय पाठक ने बताया कि केदारनाथ धाम व पैदल यात्रा मार्ग पर निरंतर सफाई अभियान चलाया जाता है। इसका असर भी दिखाई दे रहा है। अब तीर्थयात्री व अन्य लोग कूड़े का इधर-उधर नहीं फेंकते बल्कि जिम्मेदारी के साथ कूड़ेदान में डालते हैं। पैदल मार्ग के आसपास थोड़ा-बहुत कूड़ा जरूर बिखरा रहता है, जिसे एक जगह एकत्र कर दिया जाता है।


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