बनेगी निराश्रित गोवंश की सुरक्षा और संरक्षण के लिए नीति।

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देहरादून
उत्तराखंड सरकार ने राज्य में निराश्रित गोवंश की सुरक्षा और संरक्षण के लिए ठोस व्यवस्था बनाने पर कार्य शुरू कर दिया है.. इस संबंध में विधानसभा सभागार में तीन मंत्रियों की उच्च स्तरीय कमेटी की बैठक हुई जिसमे निर्णय लिया गया की उत्तराखंड में निराश्रित गोवंश की सुरक्षा और संरक्षण के लिए छह महीने के भीतर ठोस व्यवस्था बनाई जाएगी..साथ ही इस लक्ष्य को युद्धस्तर पर हासिल करने का निर्णय लिया गया हे। आपको बता दे की  पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने गौवंश संरक्षण पर विस्तार से चर्चा की। बैठक में मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि सड़कों पर घूमने वाली गायों को चिन्हित कर गौ सदनों में रखा जाएगा। जहां गौशालाएं नहीं बनीं हैं, उन स्थानों पर भी प्राथमिकता के साथ गौशालाएं बनाई जाएंगी। वही मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि हमारी संस्कृति में गौ, गंगा, गणेश तथा गायत्री का महत्वपूर्ण स्थान है। सभी जिलाधिकारियों को गौ सदनों के निर्माण के लिए जमीन के चिह्नीकरण की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने डीएम से अपेक्षा की कि गौवंश के संरक्षण के लिए अन्य मदों से भी धनराशि का आवंटन करें और विधायकों से भी अपेक्षा की कि गौवंश संरक्षण के लिए अपनी निधि से सहयोग करें। वहीं पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि राज्य में लगभग साढ़े 17 हजार निराश्रित गौवंश हैं। अगले छह माह में इनके लिए गौशालाओं के निर्माण तथा उनकी क्षति को रोकने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जायेंगे


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