गौरीकुंड हादसे में बढ़ी लापता लोगों की संख्या! सर्च आपरेशन व खोजबीन कार्य जारी

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गौरीकुंड हादसे में लापता की संख्या 17 से बढ़कर 20 हो गई है जबकि तीन अन्य के शव बरामद हो गए हैं। अब तक कुल 23 लोग इस घटना के शिकार हुए हैं। जिन तीन व्यक्तियों के शव बरामद किए गए थे उनकी शिनाख्त होने के बाद संख्या 23 हुई। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया है कि गौरीकुंड भूस्खलन से लापता/ मृत व्यक्तियों की संख्या 23 हो गई है। उन्होंने बताया कि स्थानीय व्यक्तियों द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर लापता व्यक्तियों का विवरण निम्नवत है, जिसमें नेपाल मूल के 17 जनपद रुद्रप्रयाग के 4, अन्य राज्य के 2 कुल संख्या 23 है। रजवार ने बताया कि विगत दिन जो तीन लोगों के शव बरामद हुए हैं उनमें जारी सूची में इनके नाम शामिल नहीं थे। मृतकों के परिजनों द्वारा की गई शिनाख्त के अनुसार तीनों व्यक्ति नेपाल मूल के हैं, जिनमें देवी बहादुर, टेक बहादुर व प्रकाश टम्टा शामिल हैं। वहीं 20 लोग अभी भी लापता हैं।

अब तक लापता हैं ये लोग
नाम – उम्र – स्थान
आशु – 23 साल – जलई
प्रियांशु चमोला पुत्र कमलेश चमोला – 18 साल – तिलवाड़ा
रणबीर सिंह – 28 साल – बस्टी
अनिता बोहरा पत्नी अमर बोहरा – 26 साल – नेपाल
राधिका बोहरा पुत्री अमर बोहरा – 14 साल – नेपाल
पिंकी बोहरा पुत्री अमर बोहरा – 8 साल – नेपाल
पृथ्वी बोहरा पुत्र अमर बोहरा – 7 साल – नेपाल
जटिल पुत्र अमर बोहरा – 6 साल – नेपाल
वकील पुत्र अमर बोहरा – 3 साल – नेपाल
विनोद पुत्र बदन सिंह – 26 साल – खानवा भरतपुर
मुलायम पुत्र जसवंत सिंह – 25 साल – नगला बंजारा सहनपुर
सुगाराम पुत्र जोरा सिंह – 45 वर्ष – नेपाल
बम बोहरा पुत्र सतर सिंह बोहरा – 31 वर्ष – नेपाल
चंद्र कामी पुत्र लोउडे कामी – 26 वर्ष – पेरिया नेपाल
धर्मराज पुत्र मुन बहादुर – 56 वर्ष – जुमला नेपाल
नीर बहादुर पुत्र हरि बहादुर रावल – 58 वर्ष – नेपाल
सुमित्रा देवी पत्नी नीर बहादुर – 52 वर्ष – नेपाल
कुमारी निशा पुत्री नीर बहादुर – 20 वर्ष – नेपाल
रोहित बिष्ट पुत्र लक्ष्मन सिंह – उतस्यू चोपड़ा
अमर बोहरा पुत्र मान बहादुर बोहरा – नेपाल

जिला आपदा अधिकारी ने बताया कि रेस्क्यू टीम द्वारा लापता व्यक्तियों का सर्च आपरेशन एवं खोजबीन कार्य किया जा रहा है l शनिवार को लापता 20 लोगों की तलाश में 62 सदस्यीय रेस्क्यू टीमों ने 40 किमी तक सर्च आपरेशन चलाया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। सुबह से शाम तक घटनास्थल से 40 किमी की दूरी तक मंदाकिनी नदी के किनारे खोजबीन की गई। लापता लोगों में दंपती समेत एक परिवार के सात सदस्य भी शामिल हैं, जिनमें पांच बच्चे हैं। उधर, प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिगत गौरीकुंड में भूस्खलन के लिहाज से अतिसंवेदनशील स्थानों पर बनी 22 अस्थायी व स्थायी दुकानों को बुल्डोजर ने हटा दिया।

बीते शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मुख्य सचिव डा. एसएस संधू को भी राहत कार्यों का निरीक्षण करने गौरीकुंड पहुंचना था, लेकिन खराब मौसम के कारण उनका हेलीकाप्टर देहरादून से उड़ान नहीं भर सका।केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में गुरुवार देर रात चट्टान से हुए भूस्खलन में तीन दुकानें मलबे के ढेर में तब्दील हो गई थी। इनमें तीन लोग जिंदा दफन हो गए थे, जबकि 20 लोग अभी भी लापता हैं। घटना के बाद आपदा प्रबंधन व पुलिस-प्रशासन की रेस्क्यू टीमों ने गुरुवार-शुक्रवार की मध्य रात्रि से ही राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया था, जिनमें शुक्रवार को मलबे में दबे तीन लोगों के शव निकाल लिए थे, जिनकी शिनाख्त शनिवार को देवी बहादुर, तेगबहादुर, प्रकाश टम्टा मूल निवासी नेपाल के रूप में हुई है, लेकिन शेष लापता लोगों का कुछ पता नहीं चला। लापता 20 लोगों की तलाश के लिए शनिवार को पूरा दिन अभियान चला था। इस दौरान आपदा मोचन बलों व पुलिस के जवानों की 62 सदस्यीय टीम ने सुबह साढ़े पांच बजे से रेस्क्यू आपरेशन आरंभ किया, जो देर शाम तक चला। मंदाकिनी नदी किनारे गौरीकुंड से लेकर सोनप्रयाग तथा सोनप्रयाग से कुंड तक तलाशी अभियान चलाया गया। मंदाकिनी नदी का प्रवाह काफी तेज होने के कारण लापता लोगों के बहने की आशंका जताई जा रही।


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