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प्रदेश मुख्यालय पर देहरादून पुलिस ने सनराइजर हैदराबाद और पंजाब किंग्स आईपीएल मैच में ऑनलाइन सट्टा लगाने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। तीन बुकी समेत 6 आरोपियों को पुलिस ने देहरादून के रायपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने अलग-अलग पांच बैंक खातों में करीब सात लाख 65 हजार रुपए की धनराशि को भी पुलिस ने फ्रीज कर दिया है। इसके अलावा सट्टे में प्रयोग में नौ मोबाइलों को पुलिस ने सीज कर दिया। साथ ही पुलिस गिरफ्तार आरोपियों का अपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है। देहरादून एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने इस पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि रायपुर थाना क्षेत्र में लक्ष्मी देवी स्कूल के पास एक घर में कुछ लोग आईपीएल मैच में ऑनलाइन सट्टा लगा रहे है। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो घर में बरामदे में उन्हें 6 लोग खड़े थे जो एक दूसरे से 500 और 1000 रुपए ऑनलाइन लगाने की बाते कर रहे थे। पुलिस ने मौके पर मौजूद सभी 6 लोगों को पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपियों का नाम इरशाद खान, सलीम, आसिफ, शोयब, वसीम और योगेश वर्मा हैं। पुलिस को मौके से आनलाइन सट्टा लगाने में इस्तेमाल किए जा रहे 9 मोबाइल और 25,900 रुपए बरामद किए है।

एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि आरोपी मोबाइल फोन के जरिये गो एक्सचेंज की साइट पर जाकर ऑनलाइन सट्टा खिलवाते हैं और अपने नीचे के लोगों से पैसे लेकर बुकी का काम करते है। आरोपियों ने गो एक्सचेंज की आईडी और लिंक फिरोज अहमद निवासी करौदा कोतवाली जिला बिजनौर से प्राप्त की है जो आरोपी योगेश मिश्रा और शैलेन्द्र आदि से ऑनलाइन ही 22 हजार रुपये में एक लाख प्वांइट खरीदता हैं और उसके बाद आगे लोगों को ऑनलाइन प्वाइंट बेचकर उनसे रुपये लेकर सट्टा खिलवाता है जिससे इनको फायदा होता है। आरोपी इरशाद खान, सलीम और आसिफ तीनों पार्टनर के रूप में सट्टे बुकी का काम करते हैं। इन तीनों बुकी के ऊपर इनके बॉस काम करते हैं। तीनों सटोरियों ने पार्टनरशिप में गो एक्सचेंज (इलीगल ऐप) की साइड पर अपना ऑनलाइन अकाउंट खोला था, जहां पर से यह अपने बॉस से 22000 रुपए के एक लाख पॉइंट खरीदते हैं और उन पॉइंट्स को अलग-अलग छोटे सटोरियों और पंटर आदि से सट्टा खिलवाते हैं। तीनों सटोरियों ने अपनी आईडी से गो एक्सचेंज का लिंक देकर अन्य लोगों से आईडी पासवर्ड बनवाते हैं उसके बाद अपने प्वाइंट्स उनकों पैसों में बेचते हैं। यह तीनों अपराधी कैश गूगल पे के माध्यम से आगे अपने बॉस को भेजते हैं। अगर पंटर या छोटा सटोरी जीत जाता है तो यह तीनों अपराधी उनको पैसा देते हैं। पुलिस ने बताया कि ये 22 हजार रुपए में एक लाख प्वाइंट खरीदते है और अपने छोटे-छोटे सटोरियों को वो प्लाइंड एक रुपए में एक बेचते है। अब तक तीनों आरोपियों के बॉस के रूप में शैलेंद्र, फिरोज, योगेश मिश्रा और जितेंद्र के रूप में पहचान हुई है। शैलेंद्र, फिरोज, योगेश मिश्रा और जितेंद्र से संबंधित लिंक बैंक अकाउंट को फ्रीज कराया गया है।


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