उत्तराखंड में मौसम का मिजाज हुआ तल्ख! मानसून दिखने लगा धीरे-धीरे अपना रौद्र रूप

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प्रदेश में मौसम का मिजाज तल्ख है। भारी बारिश से लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। कई संपर्क मार्ग बंद होने से लोगों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। वहीं प्रशासन ने लोगों को उफनते नदी नालों से दूर रहने की अपील की है।

उत्तराखंड में बारिश ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। बारिश से पूरे प्रदेश में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदी नाले उफान पर बह रहे हैं, लेकिन लोग जान जोखिम में डालकर नदी नाले पार करते दिख रहे हैं। जिसको रोकने के लिए पुलिस-प्रशासन ने भी कमर कस ली है। वहीं प्रदेश में लगातार बारिश होने से कई संपर्क मार्ग मलबे से पट गए हैं। वहीं भारी बारिश को देखते हुए नैनीताल जनपद में आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूलों में तीन दिन का अवकाश घोषित किया गया है। साथ ही उत्तरकाशी और देहरादून में भी सोमवार यानी 10 जुलाई को स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे। देहरादून मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश में गरज के साथ बारिश होने का अंदेशा जताया है। जिसको देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही भारी बारिश को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग और प्रशासन ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। वहीं उत्तरकाशी में भूस्खलन के कारण गंगोत्री हाईवे दो स्थानों पर बाधित हो गया है। बंदरकोट में भारी मलबा आने से मार्ग बंद है। उजेली में हाईवे पर एक पेड़ गिर गया जिसे हटाने का कार्य जारी है। वहीं यात्रा मार्ग पर जगह-जगह कांवड़ यात्री फंसे हुए हैं। वहीं बीते दिन हिमाचल परिवहन निगम की बस शिमला बाईपास रोड पर रामगढ़ के पास एक नाले के तेज बहाव में फंस गई। इस दौरान भया। वहीं कुमाऊं मंडल में कई दिनों से हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के चलते मलबा आने से कई सड़कों को नुकसान पहुंचा है.भूस्खलन व मलबा आने से कुमाऊं मंडल में 64 सड़कों पर यातायात बाधित हो गया है। जिसके चलते कई गांव के संपर्क जिला मुख्यालय से भी कट गया है। पीडब्ल्यूडी और आपदा प्रबंधन की टीम सड़कों को सुचारू करने में जुटी हुई है। बारिश के चलते कुमाऊं मंडल में चार मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सभी जिलाधिकारियों से युद्धस्तर पर सड़कों को खोलने तथा आपदा से हुए नुकसान की क्षति का आकलन कर प्रभावितों को मदद देने के निर्देश दिए हैं। भारी बारिश के चलते एक राष्ट्रीय राजमार्ग, 7 राज्य मार्ग, एक बॉर्डर मार्ग, एक जिला मार्ग, जबकि 54 ग्रामीण सड़कें पूरी तरह से बंद हैं। नैनीताल में 15 सड़कों पर यातायात बंद है, इसमें ग्रामीण मार्ग 11, राज्य मार्ग तीन व जिला मार्ग एक है। अल्मोड़ा में 15 ग्रामीण सड़कें बंद हैं, जबकि पिथौरागढ़ में दस ग्रामीण मार्ग सहित एक बार्डर मार्ग बंद है। बागेश्वर में एक ग्रामीण मार्ग बंद है, जबकि चंपावत में एक राष्ट्रीय राजमार्ग, 4 राज्य मार्ग, जबकि ग्रामीण 12 मार्ग पूरी तरह से बंद हैं। अपर आयुक्त कुमाऊं मंडल जीवन सिंह नगन्याल ने बताया कि 24 घंटे के भीतर कुमाऊं में आपदा से 2 लोगों की जान गई है। जहां काशीपुर में एक मकान गिरने से एक परिवार के 2 लोगों की मौत हुई है जबकि एक घायल हुआ है। इसके अलावा बारिश से धारचूला का एक गांव विद्युत आपूर्ति से भी प्रभावित हुई है जिसको सुचारू करने का काम किया जा रहा है। जबकि चार मकानों को बारिश से आंशिक क्षति पहुंची है।


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