सूबे में पारा चढ़ते ही पेयजल संकट गहराने लगा है। हर साल हल्द्वानी में पानी का संकट देखने को मिलता है। इस बार भी पेयजल संकट को लेकर जल संस्थान अभी से चिंतित नजर आ रहा है. जल संस्थान की मानें तो गौला नदी का डिस्चार्ज पिछले महीनों की अपेक्षा कम हुआ है। हालांकि अभी इतना कम नहीं हुआ है कि पेयजल सप्लाई में किसी तरह की दिक्कत आ सकें.हल्द्वानी जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एनके श्रीवास्तव के मुताबिक इस बार बारिश और बर्फबारी काफी कम हुई है। लिहाजा चिंता का विषय है कि आने वाले समय में पेयजल संकट गहरा सकता है। कुछ मदद सिंचाई ट्यूबवेल से भी ली जा रही है। ट्यूबवेल से ग्रामीण इलाकों में पानी की सप्लाई को सुचारू किया जा रहा है। फिलहाल, कुछ अन्य ट्यूबवेल को भी पेयजल लाइनों से जोड़ने की कवायद की जा रही है। ताकि 15 अप्रैल से पहले पानी की सप्लाई सुचारू किया जा सके। उन्होंने कहा कि जैसे ही गौला नदी का डिस्चार्ज कम होगा उस कमी को ट्यूबवेल के जरिए पूरा किया जाएगा। हल्द्वानी में खासकर पनियाली, दमुआदूंगा, भजनिया, मोटहल्दु क्षेत्र में अभी टैंकरों के जरिए पानी की सप्लाई को पूरा किया जा रहा है। बरहाल तापमान में बढ़ोतरी होती है तो कई इलाकों में पानी के लिए हाहाकार मचने की संभावना है। ऐसे में पेयजल संकट को दूर करना और पानी की आपूर्ति करना जल संस्थान के अधिकारियों की बड़ी चुनौती होने वाली है।