भाजपा ने सीबीआई जांच की मांग को बताया कांग्रेस का षडयंत्र, धामी सरकार के फैसलों की तारीफ

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भाजपा ने नकल विरोधी अध्यादेश को लेकर सीएम धामी का धन्यवाद करते हुए कांग्रेस पर सीबीआई जांच की आड़ में युवाओं के साथ राजनीति करने का आरोप लगाया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि हमारी सरकार देश का पहला सबसे सख्त नकल निरोधक कानून लेकर आई है। लेकिन दिल्ली में सीबीआई का विरोध करने वाली कांग्रेस युवाओं को रोजगार से दूर करने के षड्यंत्र के तहत राज्य में सीबीआई जांच की मांग कर रही है। सुरेश जोशी ने आगे कहा कि अब तक जितनी भी भर्ती प्रक्रियाओं में गड़बड़ी या नकल की बात सामने आई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर ऐतिहासिक व सख्त कार्रवाई के साथ रिकॉर्ड गिरफ्तारियां हुई हैं। इसके अतिरिक्त सरकार अपने वादों के अनुरूप लगातार भर्ती कैलेंडरों के अनुशार प्रदेश में रिक्त सभी पदों पर युवाओं को रोजगार देने की दिशा में भी जुटी है। लेकिन पुराने एवं वर्तमान भर्ती प्रकरणों में लगातार धांधलियों का सामने आना और गिरफ्तार आरोपियों की जमानत मिलने के कारण सरकार देश का सबसे सख्त नकल निरोधक कानून लेकर आई है। जिसमें नकल कराने वालों को न्यूनतम 10 वर्ष से लेकर अधिकतम आजीवन कारावास के साथ नकल करने वालों को 3 से 7 वर्ष की सजा का प्रावधान किया गया है। इस कानून का स्वागत करते हुए पार्टी संगठन प्रदेश के समस्त कार्यकर्ताओं एवं जनता की तरफ से मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का आभार व्यक्त करता है। जोशी ने कांग्रेस पर सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रदेश के युवाओं के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है उन्होंने कहा एक तरफ दिल्ली में बैठे उनके नेता राहुल गांधी समेत सभी शीर्ष नेता जिस सीबीआई-ईडी की प्रत्येक जांच का विरोध करते हैं और यहां राज्य में राहुल और उनके स्थानीय नेता उसी सीबीआई से जांच की मांग पर युवाओं को भड़काते हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता भ्रष्टाचार पर कार्रवाई करते हुए रोजगार प्रक्रिया तेज करने की है। वहीं कांग्रेस की प्राथमिकता सीबीआई जांच की मांग के चलते भर्ती प्रक्रियाओं को लंबित करना और बेरोजगारों को नौकरी से दूर रख मुद्दे का राजनैतिक लाभ लेना है। पत्रकारों के सवालों का जबाब देते हुए गांधी पार्क में हुए घटनाक्रम पर उन्होंने कहा, सीएम के निर्देशों पर गढ़वाल आयुक्त द्वारा जांच की जा रही है, ताकि ये सत्य भी सामने आए. बेरोजगारों के मध्य वे कौन से असामाजिक तत्व थे, जिन्होंने कानून अपने हाथों में लिया. क्योंकि हमें अपने युवाओं पर भरोसा है वे कभी ऐसा नहीं कर सकते हैं।


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