बागेश्वर उपचुनाव: भाजपा व कांग्रेस का संपर्क अभियान तेज! भाजपा का संगठन मजबूत तो कांग्रेस ने भी किया एकजुटता का दावा

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भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशी घोषित होने के बाद उपचुनाव में दोनों ही दलों ने प्रचार व संपर्क तेज कर दिया है। भाजपा स्व.चंदन राम दास के निधन के बाद उनकी पत्नी को मौका मिलने को सहानुभूति के रूप में दिखाएगी। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी भी दो बार हुई हार के बाद एक मौका देने की मांग लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं।

भाजपा का संगठन मजबूत है तो कांग्रेस भी एकजुटता का दावा कर रही है। अनुसूचित जाति आरक्षित विधानसभा 2022 में हुए चुनाव में भाजपा प्रत्याशी स्व. चंदन राम दास 12,141 मतों के बड़े अंतर से जीते थे। उन्हें 32,211 मत मिले। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी रंजीत दास दूसरे स्थान पर रहे। उन्हें 20,070 मत मिले थे। लेकिन इस बार रंजीत भाजपा में शामिल हो गए हैं। जबकि तीसरे नंबर पर आप के बसंत कुमार को 16,109 मत मिले थे। कांग्रेस ने उन्हें इस बार प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में भाजपा प्रत्याशी पार्वती दास को सहानुभूति मत मिलने का भरोसा है। वहीं, दो बार चुनाव हारे बसंत कुमार भी वोटरों से आस लगाए हुए हैं। अब आठ सिंतबर को परिणाम घोषणा पर सबकी नजर रहेगी। राजनीतिक जानकारों के अनुसार मत प्रतिशत का यदि आकलन किया जाए तो भाजपा और कांग्रेस के बीच ही मुकाबला रहेगा। 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा की लक्ष्मी देवी को 508 मत मिले। उनका वोट प्रतिशत 0.68 रहा। निर्दलीय बालकृष्ण को 1512 मत मिले और प्रतिशत 2.02 था। निर्दलीय दिनेश कुमार को 798 और 1.07 प्रतिशत, आम आदमी पार्टी से बसंत कुमार को 16109 और वोट प्रतिशत 21.57 रहा। कांग्रेस के रंजीत दास को 20070 और मत प्रतिशत 26.88, भाजपा चंदन राम दास को 32,211 और मत प्रतिशत 43.14 था। निर्दलीय भैरव नाथ टम्टा को 1877 और मत प्रतिशत 2.51, जबकि बसपा प्रत्याशी ओम प्रकाश टम्टा को 722 वोट मिले और 0.97 प्रतिशत मत रहा।


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