नैनीताल::- कुमाऊं विश्वविद्यालय द्वारा उपाधि शुल्क बढ़ाकर 200 रुपये से 500 रुपये कर दिया गया है। जिससे मध्यम वर्गीय विद्यार्थियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। मध्यम वर्गीय विद्यार्थियों की सहायता के लिए आगे आए छात्र नेता अभिषेक बिष्ट ने कहा कि कुमाऊं विश्वविद्यालय द्वारा उपाधि शुल्क को बढ़ाकर विद्यार्थियों के साथ ठीक नही किया है। उन्होंने कहा कि इस कोविड काल मे विश्वविद्यालय को मध्यम वर्गीय विद्यार्थियों को राहत देने के बजाय उपाधि शुल्क में व्रद्धि करना मध्यम वर्गीय विद्यार्थियों के साथ कुठाराघात है।

कहा कि विद्यार्थी कोविड के चलते बढ़ा हुआ 500 रुपये उपाधि शुल्क देने को तैयार नही है। छात्र नेता अभिषेक बिष्ट ने कुलसचिव से बढ़े हुए शुल्क को वापस लेने की मांग की है। कहा कि यदि यह शुल्क पूर्व की भांति 200 रु. नही किया गया तो वह विद्यार्थियों के साथ उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
