Friday, March 29, 2024
No menu items!
Homeउत्तराखंडनौकुचियाताल– कभी कमल के फूलों से गुलजार रहने वाला कमल ताल...

नौकुचियाताल– कभी कमल के फूलों से गुलजार रहने वाला कमल ताल आज देख रेख के आभाव में हुआ वीरान

भीमताल/ नैनीताल। नौकुचियाताल में स्थित कमल झील पिछले कुछ सालों से विभागीय अनदेखी का शिकार हो रही है, जबकि कई बार स्थानीय पर्यटन कारोबारियों एवं लोगों ने कमल झील के सौंदर्य व कमल फूल के अस्तित्व को बचाने की माँग की है। इसी कारण इस वर्ष जून माह में तक झील में कमल नहीं खिल पाया है। नगर के सामाजिक कार्यकर्ता पूरन चंद्र बृजवासी बताते हैं कि पौराणिक कमल झील के अस्तित्व को बचाने के लिए पूर्व में मुख्यमंत्री सचिव/कुमाऊं आयुक्त राजीव रौतेला को तथ्यों के आधार पर ज्ञापन देकर तालाब की दशा सुधारने की माँग की गई थी। जिस पर पूर्व कुमाऊं आयुक्त ने प्रमुखता से संज्ञान लेकर जिला पर्यटन अधिकारी को समाधान हेतु प्रेषित की थी। जिसके बाद पर्यटन विभाग ने पत्र से अवगत कराया था कि 2019-20 की योजना में बजट स्वीकृत होने पर झील पर कार्य किया जाएगा लेकिन कार्य नहीं हुआ, उसके बाद पूरन ब्रजवासी ने सरकार के समाधान पोर्टल पर मांग पर्यटन विभाग कृषि विभाग सिंचाई विभाग से जारी रखी जिसके परिणाम स्वरूप जिला कृषि अधिकारी एवं सिंचाई विभाग ने मांग को पोर्टल पर पंत नगर विश्व विद्यालय से जांच को प्रेषित किया। उसके उपरांत पंत नगर पुष्प विशेषज्ञों ने झील की जाँच की और बताये स्टीमेट को सिंचाई विभाग द्वारा बजट स्वीकृति के लिए शासन को भेजा किन्तु बजट के अभाव में इस वर्ष भी झील में कमल के फूल नहीं खिल पाए। बृजवासी ने बताया कि कई बार उनके द्वारा पर्यटन विभाग, सिंचाई विभाग, मुख्य विकास अधिकारी, जिलाधिकारी व क्षेत्रीय प्रतिनिधियों के सामने लिखित एवं मौखिक तौर पर नौकुचियाताल कमल झील को बचाने की माँग रखी गयी लेकिन समस्या हल नहीं हुई जिसके चलते उन्होंने कमल ताल की दुर्दशा को देख आज फिर जिलाधिकारी नैनीताल को पत्र भेज कमल झील के संरक्षण एवं सौंदर्यीकरण की माँग रखते हुए कहा कि नौकुचियाताल कमल झील देश दुनिया के प्रकृती प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करती है। हर वर्ष जून माह में लाखों पर्यटक झील का दीदार करने पहुंचते हैं और अपने कैमरों में कैद कमल झील को याद की तौर पर ले जाते हैं, पर्यटन कारोबारियों व स्थानीय लोगों की शान उत्तराखंड कमल नयन नौकुचियाताल कमल ताल के कमल फूल को बचाने एवं झील के उचित सौंदर्यीकरण की मांग की हैं।

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -

ताजा खबरें