उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार के नाम पर दो वकीलों से 10 लाख रुपए की ठगी करने वाले आरोपी को देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम दौलत कुंवर है जिसके खिलाफ डीजीपी के आदेश पर देहरादून पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। दौलत कुंवर को विकासनगर से गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में दौलत कुंवर के बेटे पर भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। हालांकि वो अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिसकी पुलिस तलाश में जुटी हुई है। पुलिस आरोपी बाप-बेटे के आपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है।
दरअसल बीते छह फरवरी को देहरादून विकासगनर कोतवाली में सतीश कुमार ने अपने सहयोगी संजय सिंह कटारिया की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उन्होंने कहा था कि दौलत सिंह कुंवर और उसके बेटे शिवम ने पीड़ित संजय सिंह कटारिया और उसके साथ को प्रेमनगर थाने में दर्ज मुकदमे को लेकर डीजीपी और अन्य पुलिस अधिकारियों के नाम डरा धमकाया और सजा का डर दिखाकर अलग-अलग तरीखों पर पुलिस डोनेशन के नाम से करीब 10 लाख रुपए की ठगी की। शिकायत में आरोप लगाया गया कि जब पीड़ितों ने आरोपियों से अपने पैसे वापस मांगे तो उन्होंने उनके साथ गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी भी दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और विकासनगर कोतवाली क्षेत्र से दौलत सिह कुंवर को गिरफ्तार किया। बता दें कि इस मामले में पीड़ित वकील सतीश कुमार और संजय सिंह कटारिया डीजीपी अशोक कुमार से उनके कार्यालय में भी मिले थे। आरोपी दौलत कुंवर भारत संविधानिक अधिकार संरक्षण मंच का अध्यक्ष भी है। इस मामले के सामने आने के बाद उत्तराखंड पुलिस की तरफ से अपील की गई है कि यदि कोई व्यक्ति पुलिस और किसी अधिकारी के नाम पर किसी भी तरह से पैसे मांगता है तो उसकी शिकायत तत्काल पुलिस को करें ताकि उक्त व्यक्ति पर कार्रवाई की जा सके।