देहरादून: यूकेएसएसएससी पेपर लीक केस का उत्तराखंड एसटीएफ ने जिस तरह के पर्दाफाश किया और 26 आरोपियों को जेल के पीछे भेजा है, उसी को देखते हुए सरकार ने अब ग्राम विकास अधिकारी भर्ती 2016 के घोटाले की जांच (VDO recruitment scam 2016) भी उत्तराखंड एसटीएफ (Uttarakhand STF) को दी है. सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) के निर्देश पर डीजीपी ने उत्तराखंड एसटीएफ को केस ट्रांसफर करने का आदेश दे दिया है.
क्या है मामला: 2021 में UKSSSC paper leak मामले से पहले भी उत्तराखंड में कई भर्ती परीक्षाओं के घपले हुए हैं, जिनकी जांच अभीतक पूरी नहीं हुई है. ऐसे ही एक मामला साल 2015-16 का है. साल 2015 में UKSSSC ने ग्राम विकास अधिकारी का पेपर कराया था, जिसमें कई अभ्यर्थियों की आंसर OMR शीट से छेड़छाड़ की गई थी और उन्हें पास दिखाया है. इस मामले का खुलासा साल 2020 में हुआ था.
इस मामले में विजिलेंस ने मुकदमा भी दर्ज किया था. तभी से विजिलेंस इस मामले की जांच कर रही है. लेकिन अभीतक न तो विजिलेंस में किसी को आरोपी बना पाई है और न ही इस केस जांच पूरी कर पाई है. ऐसे में सरकार ने अब ग्राम विकास अधिकारी भर्ती घोपले की जांच भी उत्तराखंड एसटीएफ को देने का फैसला किया. ताकि इस केस से भी जल्द से जल्द पर्दा उठ सके.VDO भर्ती घोटाले का केस Uttarakhand STF के पास जाने से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस पूरे प्रकरण का भी पर्दाफाश होगा. क्योंकि इस भर्ती से जुड़े कई अधिकारी आज कार्यरत रहे है. Uttarakhand STF यदि UKSSSC paper leak मामले की तरफ इस केस को भी अंजाम तक पहुंचाने में सफल हुई तो तय है कि कई लोगों की नौकारी जाने के साथ ही कई अधिकारी भी जेल भी पीछे जाएगे.
पढ़ें- UKSSSC सचिवालय रक्षक दल भर्ती घोटाले में पहली सफलता, प्रदीप पाल अरेस्ट, पेन ड्राइव से चुराया था पेपरडीजीपी ने की STF की तरीफ: यूकेएसएसएससी पेपर लीक केस में डीजीपी अशोक कुमार उत्तराखंड एसटीएफ के काम से काफी खुश हुए है. उन्होंने उत्तराखंड एसटीएफ की पीठ थपथपाई है.